वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम (Russia–Ukraine ceasefire) को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्लादिमीर पुतिन को धमकी दे डाली। इसके बावजूद रूस यूक्रेन (Ukraine) में तबाही मचाने से पीछे नहीं हट रहा है। बीती रात रूस ने एक जेल और अस्पताल पर बलिस्टिक मिसाइल से हमला किया जिसमें कम से कम 22 लोगों के मारे जाने की खबर है। यूक्रने के जपोरिज्जिया इलाके में एक जेल पर रूस ने ग्लाइड बमों से हमला किया। यहां कम से कम 17 कैदियों की मौत हो गई।
यूक्रेन की ‘स्टेट क्रिमिनल एग्जीक्यूटिव सर्विस’ के अनुसार यह हमला सोमवार देर रात किया गया जिसमें चार बम गिराकर ‘बिलेनकिवस्का करेक्शनल कॉलोनी’ को निशाना बनाया गया। प्राधिकारियों ने बताया कि कम से कम 42 कैदियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा 40 अन्य लोगों को अन्य तरह की चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि हमले में जेल का भोजन कक्ष तबाह हो गया, प्रशासनिक भवन को नुकसान हुआ है, लेकिन जेल की सीमा की बाड़ सुरक्षित है और किसी कैदी के भागने की सूचना नहीं है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक डनीप्रो इलाके में रूसी मिसाइलहमले में तीन मंजिला इमारत नेस्तनाबूत हो गई। वहीं पास के अस्पताल को भी क्षति पहुंची है। अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है और आठ घायल हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा कि रूस ने 73 शहरों, गांवों और कस्बों पर हमले किए जिनमें 22 लोगों की जान गई है।

सोमवार को ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि रूस की 50 दिनों की समय सीमा खत्म हो रही है। अगले 10 से 12 दिनों में व्लादिमीर पुतिन को युद्धविराम करना होगा। बीते दिनों स्कॉटलैंड दौरे के वक्त डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह व्लादिमीर पुतिन की ओर से बहुत निराश हैं। वहीं डोनाल्ड ट्रंप की डेडलाइन वाले कदम की यूक्रेनी राषट्रपति जेलेंस्की ने तारीफ की है।
ट्रंप ने 14 जुलाई को कहा था कि अगर सितंबर की शुरुआत तक शांति समझौता नहीं होता तो वह रूस पर अत्यधिक शुल्क लगाएंगे लेकिन सोमवार को ट्रंप ने कहा कि अब वह पुतिन को सिर्फ 10 से 12 दिन का वक्त दे रहे हैं यानी वह चाहते हैं कि सात से नौ अगस्त तक शांति के प्रयासों में ठोस प्रगति हो।
ट्रंप के इस कदम के तहत रूस के व्यापारिक साझेदारों पर भी प्रतिबंध और अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने के आसार हैं। ट्रंप ने कहा कि इसकी औपचारिक घोषणा बाद में की जाएगी। समय सीमा घटाने को लेकर ट्रंप ने कहा, ‘इंतजार की कोई ठोस वजह नहीं है। हमें कोई प्रगति होती नहीं दिख रही।’