UK PM की भारत यात्रा: मुक्त व्यापार समझौते पर बढ़ी उम्मीदें, क्या मिलेगा भारत को फायदा?
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की दो दिवसीय भारत यात्रा में मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर प्रमुख चर्चा, दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा मिलने की उम्मीद।
भारत: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर (Keir Starmer) भारत की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे हैं। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (India-UK Free Trade Agreement) को लेकर अंतिम चरण की बातचीत चल रही है। दोनों देशों के बीच यह समझौता पिछले दो वर्षों से लंबित है, और अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरे में इसे लेकर ठोस प्रगति हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कीयर स्टार्मर के बीच दिल्ली में हुई बैठक में व्यापार, निवेश, रक्षा और शिक्षा सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों देशों की टीमें FTA के अंतिम ड्राफ्ट पर सहमति बनाने के करीब हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता भारत के लिए निर्यात में नई संभावनाएँ खोल सकता है। खास तौर पर टेक्सटाइल, जेम्स-ज्वेलरी, फार्मा, IT सेवाओं और ऑटोमोबाइल सेक्टर को इससे बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है। वहीं, ब्रिटेन भारतीय बाजार में शराब, ऑटो पार्ट्स और फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए अपने एक्सेस को आसान बनाना चाहता है। हालांकि, किसान संगठनों और छोटे उद्योगों ने इस समझौते को लेकर कुछ चिंताएँ भी जताई हैं। उनका कहना है कि विदेशी उत्पादों की आसान एंट्री से भारतीय लघु उद्योगों को नुकसान हो सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह समझौता केवल व्यापारिक नहीं बल्कि रणनीतिक साझेदारी का भी प्रतीक है। भारत और ब्रिटेन दोनों ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी भूमिका को मजबूत करना चाहते हैं, और आर्थिक सहयोग इसका एक अहम हिस्सा है। भारत की तरफ से इस समझौते में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की भावना को संतुलित रखने पर जोर दिया गया है ताकि विदेशी व्यापार बढ़ने के साथ घरेलू उद्योगों को भी प्रोत्साहन मिल सके। अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो आने वाले महीनों में भारत-ब्रिटेन FTA पर हस्ताक्षर हो सकते हैं — जो भारत-यूरोप के बीच का सबसे बड़ा द्विपक्षीय व्यापार समझौता होगा