विटामिन-डी की कमी से सिर्फ हड्डियां नहीं, दिमाग भी होता है कमजोर

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लखनऊ: अगर आप अक्सर थकान, डिप्रेशन या याददाश्त की कमजोरी महसूस करते हैं, तो यह सिर्फ तनाव या बढ़ती उम्र की वजह नहीं हो सकती। हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन-डी की कमी हो और यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हो।

अभी तक विटामिन-डी को हड्डियों की मजबूती से जोड़कर देखा जाता रहा है, लेकिन अब कई शोध और डॉक्टर इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इसकी कमी दिमागी स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल सकती है।

दिमाग और विटामिन-डी का है गहरा रिश्ता

विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन-डी न केवल इम्युन सिस्टम को मजबूत करता है बल्कि यह दिमाग में सेरोटोनिन जैसे जरूरी हार्मोन के स्तर को भी नियंत्रित करता है। यह हार्मोन मूड को स्थिर रखने, तनाव को कम करने और दिमाग की कार्यक्षमता को बेहतर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।

अमेरिका और यूरोप में हुई स्टडीज के अनुसार, जिन लोगों में विटामिन-डी की मात्रा कम पाई गई, उनमें डिप्रेशन, डिमेंशिया, यहां तक कि सिजोफ्रेनिया जैसे मानसिक विकारों के मामले ज्यादा देखे गए हैं।

इन बीमारियों का बढ़ सकता है खतरा

1. डिमेंशिया और अल्जाइमर
विटामिन-डी की कमी दिमाग में एमिलॉइड-β जैसे हानिकारक पेप्टाइड्स के जमाव को बढ़ाती है। इससे याददाश्त कमजोर होने लगती है और व्यक्ति धीरे-धीरे अल्जाइमर की ओर बढ़ सकता है।

2. डिप्रेशन और मूड डिसऑर्डर
यह विटामिन सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे मूड रेगुलेटिंग न्यूरोट्रांसमीटर्स को नियंत्रित करता है। इसकी कमी से व्यक्ति उदासी, चिड़चिड़ापन और घबराहट का शिकार हो सकता है।

3. ऑटिज्म और विकास संबंधी विकार
गर्भावस्था में अगर महिला के शरीर में विटामिन-डी की कमी हो, तो इसका असर बच्चे के मस्तिष्क विकास पर पड़ सकता है। यह ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर और न्यूरो विकास संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।

4. सिजोफ्रेनिया और साइकोटिक डिसऑर्डर
स्टडीज बताती हैं कि जिन व्यक्तियों में विटामिन-डी कम होता है, उनमें सिजोफ्रेनिया जैसी गंभीर मानसिक समस्याओं की संभावना ज्यादा होती है।

5. माइग्रेन और सिरदर्द
इस विटामिन की कमी से दिमाग में सूजन बढ़ सकती है, जिससे बार-बार सिरदर्द या माइग्रेन जैसी समस्याएं होती हैं।

ऐसे पहचानें कमी के लक्षण

  • लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना
  • याददाश्त कमजोर होना
  • चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन
  • नींद न आना
  • मांसपेशियों में दर्द
  • बार-बार जुकाम या संक्रमण होना

कैसे करें बचाव?

1. सुबह की धूप है सबसे असरदार
सुबह 8 से 10 बजे के बीच 10-15 मिनट धूप में बैठें। इससे शरीर में प्राकृतिक रूप से विटामिन-डी बनता है।

2. डाइट में शामिल करें ये चीजें
फैटी फिश, अंडे की जर्दी, दूध, दही, पनीर, मशरूम, विटामिन-डी फोर्टिफाइड सीरियल और संतरे का रस खाने में शामिल करें।

3. डॉक्टर की सलाह से लें सप्लीमेंट्स
अगर डाइट और धूप से पर्याप्त विटामिन-डी नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स लें। सामान्य तौर पर 1000 से 2000 IU प्रतिदिन की डोज दी जाती है।

4. नियमित जांच जरूरी
साल में एक बार ब्लड टेस्ट करवा कर यह सुनिश्चित करें कि आपके शरीर में विटामिन-डी का स्तर 30-50 ng/mL के बीच है या नहीं।

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