नई दिल्ली: दिल्ली में 1901 से बारिश का रिकॉर्ड रखने की शुरुआत हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार, तब से लेकर अब तक दिल्ली में मई महीने में कभी इतनी बारिश दर्ज नहीं की गई। मई महीने में सबसे अधिक बारिश 2008 में 165 मिमी दर्ज की गई थी। 2025 में यह रिकॉर्ड टूट गया। इस साल मई महीने में 186.4 मिमी बारिश के साथ दिल्ली ने नया रिकॉर्ड बनाया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, रविवार अलसुबह शहर में आए तूफान और कुछ ही घंटों में 81.4 मिमी बारिश हुई। इससे पहले बुधवार रात को भी जोरदार बारिश हुई थी। दिल्ली में 1901 में रिकॉर्ड रखने की शुरुआत के बाद से अब तक का सबसे अधिक बारिश वाला मई महीना दर्ज किया गया। इस महीने की कुल बारिश अब 186.4 मिमी तक पहुंच गई है। यह मई 2008 में स्थापित 165 मिमी के पिछले सर्वकालिक रिकॉर्ड को पार कर गई है।
शनिवार रात करीब 2 बजे आए तूफान के कारण 82 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं, जिससे बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया, पेड़ उखड़ गए और हवाई अड्डे पर बड़ी रुकावटें आईं। अकेले दिल्ली में रविवार की बारिश को आईएमडी ने अपने मानकों के अनुसार, ‘भारी’ के रूप में वर्गीकृत किया है। इसे 20 मई, 2021 को दर्ज 119.3 मिमी के बाद 24 घंटे में शहर की दूसरी सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई। इससे तापमान में भारी गिरावट आई। सफदरजंग में 75 मिनट के अंदर पारा 10 डिग्री गिर गया। यह 31 से 21 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।

मौसम विभाग ने कहा कि असामान्य रूप से तेज तूफान आर्द्र दक्षिण-पूर्वी हवाओं और शुष्क पश्चिमी हवाओं के बीच परस्पर क्रिया का परिणाम था। तीन सक्रिय मौसम प्रणालियों के कारण और तेज हो गया। उत्तर पंजाब और जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ और दो ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण- एक उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी हरियाणा के ऊपर और दूसरा पश्चिमी राजस्थान के ऊपर। आंकड़ों के अनुसार, शहर में इससे पहले 2 मई को 77 मिमी बारिश हुई थी। हालांकि, आने वाले दिनों के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन आईएमडी ने पूरे सप्ताह रुक-रुक कर हल्की बारिश और 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया है।
रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 9 डिग्री कम 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान मई महीने के औसत से 7 डिग्री कम 19.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।