नई दिल्ली: गर्मियों में दही खाना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह न सिर्फ शरीर को ठंडक पहुंचाता है, बल्कि पाचन को भी बेहतर बनाता है। यही वजह है कि लोग इस मौसम में छाछ, रायता, कढ़ी जैसे व्यंजनों को खूब पसंद करते हैं। हालांकि, इसी मौसम में दही जल्दी खट्टा हो जाता है, जिससे उसका स्वाद बिगड़ जाता है। आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है और दही को सही तरीके से कैसे स्टोर किया जाए ताकि वह ज्यादा समय तक ताजा बना रहे।
गर्मियों में दही क्यों होता है जल्दी खट्टा?
डायट विशेषज्ञों के अनुसार, दही दूध से बनाया जाता है जिसमें लैक्टोबैसिलस और स्ट्रेप्टोकॉकस जैसे बैक्टीरिया एक्टिव रहते हैं। ये बैक्टीरिया दूध में फर्मेंटेशन की प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। गर्मियों में तापमान अधिक होने के कारण यह प्रक्रिया और तेजी से होती है, जिससे दही जल्दी खट्टा हो जाता है।
अधिक तापमान पर रखने से दूध फट सकता है, खट्टा हो सकता है या उसमें फफूंद तक लग सकती है। साथ ही, यदि दही को गलत तरीके से जमाया या स्टोर किया जाए तो वह जल्दी खराब हो जाता है।
दही को जल्दी खट्टा होने से कैसे बचाएं? अपनाएं ये उपाय
1. जामन की मात्रा रखें कम
गर्मियों में दही जमाने के लिए पुरानी दही यानी जामन की कम मात्रा का उपयोग करें। अधिक मात्रा में जामन डालने से दही तेजी से जमेगा और अधिक फर्मेंट होकर जल्दी खट्टा हो जाएगा।

2. जामन को सीधे फ्रिज से न निकालें
ठंडी दही को सीधे दूध में मिलाने से फर्मेंटेशन की प्रक्रिया प्रभावित होती है। बेहतर होगा कि आप जामन को कमरे के तापमान पर कुछ देर के लिए छोड़ दें, फिर दूध में मिलाएं।
3. दही जमाने का समय रखें सीमित
गर्मी में दही 4-5 घंटे में जम जाता है, जबकि सर्दियों में इसमें 7-8 घंटे लग सकते हैं। दही जमने के बाद अगर इसे लंबे समय तक बाहर छोड़ दिया जाए तो वह खट्टा हो सकता है। इसलिए 4-5 घंटे बाद इसे तुरंत फ्रिज में रख दें।
4. सही बर्तन का करें चयन
दही जमाने के लिए मिट्टी या कांच के बर्तन सबसे बेहतर माने जाते हैं। ये तापमान को संतुलित बनाए रखते हैं और दही का स्वाद बनाए रखने में मदद करते हैं। एल्यूमिनियम के बर्तन में दही जल्दी खट्टा हो सकता है, इसलिए इसका इस्तेमाल न करें।
5. जमाने की जगह का रखें ध्यान
दही को गर्म रसोई या धूप वाली जगह में जमाने से बचें। इसे किसी ठंडी और छायादार जगह पर जमाएं। शाम को दही जमाना भी बेहतर होता है, क्योंकि उस समय तापमान थोड़ा कम होता है। साथ ही खट्टे जामन का उपयोग बिल्कुल न करें।