पूर्व कांग्रेस सांसद श्रीप्रकाश जायसवाल का 81 साल की उम्र में निधन, जानें मेयर से कोयला मंत्री बनने की कहानी
मुंबई: भारतीय राजनीति के एक प्रमुख स्तंभ और पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का शुक्रवार शाम निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे 81 वर्षीय जायसवाल की तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें कानपुर के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके निधन की खबर से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है।
श्रीप्रकाश जायसवाल उत्तर प्रदेश के कानपुर लोकसभा क्षेत्र से तीन बार सांसद रहे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। वर्ष 2009 से 2014 के बीच वे केंद्रीय कोयला मंत्री रहे, जबकि 2004 से 2009 तक गृह राज्यमंत्री रहे। उनके कुशल प्रशासन और संसदीय बहसों के लिए उन्हें सदन में हमेशा सम्मान मिला।
कोयला और गृह मंत्रालय का हिस्सा रहे
श्रीप्रकाश जायसवाल का जन्म 25 सितंबर 1944 को कानपुर में हुआ, जायसवाल ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत स्थानीय स्तर से की। वे शहर कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष से लेकर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के संयुक्त सचिव तक रहे। 1999 में वे कानपुर से पहली बार लोकसभा पहुंचे और उसके बाद, 2004 तथा 2009 में लगातार चुने गए। कोयला मंत्रालय में रहते हुए उन्होंने क्षेत्रीय विकास पर विशेष जोर दिया, जबकि गृह मंत्रालय में आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर उनकी सक्रियता सराहनीय रही।

लंबे समय से बीमार थे जायसवाल
काफी समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे जायसवाल की हालत पिछले कुछ दिनों में और अधिक नाजुक हो गई थी। परिवार के सदस्यों के अनुसार, शुक्रवार सुबह से उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी, देर शाम उन्हें कार्डियोलॉजी अस्पताल पहुंचाया गया। वहां, पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद उनके निधन की पुष्टि की। मृत्यु का मुख्य कारण हृदय संबंधी जटिलताएं बताई जा रही हैं। कानपुर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने साझा शोक सभा आयोजित करने की घोषणा की है। श्रीप्रकाश जायसवाल के पार्थिव शरीर को शनिवार सुबह कानपुर में ही अंतिम विदाई दी जाएगी।