Eco-Friendly Holi 2022 : ‘Eco Friendly Holi’, कैसे मनाये ?

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Happy Holi : होली भारत के सबसे वाइब्रेंट फेस्टिवल्स में से एक है जो इस साल 18 मार्च २०२२ को मनाया जाएगा. ये वाइब्रेंट रंगों, भारतीय मिठाइयों और प्रसिद्ध भांग का आनंद लेने वाला दिन है. इस त्योहार का भारत में बहुत महत्व है और ये संबंधता का प्रतीक है जो वसंत के आगमन को चिह्नित करने और बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है.

ये त्योहार पूरे देश में बहुत ही उत्सुकता और उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस कलरफुल और वाइब्रेंट फेस्टिवल का हिस्सा बनने के लिए दुनिया भर से लोग भारत आते हैं. ये सामाजिक, पार्टी, हंसी, डांस, ड्रिंक्स, मिठाइयों का आनंद लेने और बहुत सारी खुशी और लोगों में प्यार बांटने का दिन है.

हालांकि, हम जितना होली की परंपराओं में खुद को मशरूफ रखना पसंद करते हैं, उतना ही हमे इससे होने वाले नुकसान के बारे में नहीं भूलना चाहिए। जिम्मेदार नागरिकों के रूप में हमारे ग्रह को हरा-भरा और स्वस्थ रखना और इसकी देखभाल करना हमारी ही जिम्मेदारी है. इसलिए इस वर्ष, हम पर्यावरण के अनुकूल तरीके से ही होली मनाएं तो बेहतर है और हमारे पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करने का प्रयास करे।

आइये जानते है वो 5 तरीके जिससे आप अपने आस-पड़ोस में पर्यावरण के अनुकूल होली मना सकते हैं-

जैविक रंगों का प्रयोग

इस वर्ष होली खेलने के लिए प्राकृतिक और जैविक रंगों का उपयोग कर सकते है। आप बाजार से कृत्रिम रंग खरीदने से बच सकते हैं और इसके बजाय, DIY तरीकों का उपयोग करके घर पर अपने रंग बना सकते है। आप घर पर आसानी से उपलब्ध होने वाली प्राकृतिक सामग्री जैसे हल्दी पाउडर, चंदन, मेंहदी का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये आपकी त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाते और न ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते है।

प्लास्टिक के गुब्बारे का उपयोग न करे

गुब्बारे का उपयोग करने से बचें क्योंकि वो प्लास्टिक से बने होते हैं. गुब्बारे भरने का मतलब पानी की बर्बादी भी है. गुब्बारे फेंकने से किसी को चोट भी लग सकती है. किसी को नुकसान पहुंचाए बिना एक सुरक्षित और खुशहाल होली का आनंद लें सकते है।

सूखी होली खेलें, बिना पानी के

पिचकारियों या किसी पानी की बंदूक के इस्तेमाल से बच सकते है। ये केवल ज्यादा प्रदूषण, पानी की बर्बादी पैदा करता है और पर्यावरण में प्लास्टिक की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है. आप बस जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके सूखी होली खेल सकते है।

फूलों का उपयोग करें

इस त्योहार पर अपने घर को सजाने के लिए जैविक फूलों का इस्तेमाल करें और फर्श पर या अपने घर में कहीं भी रंगोली डिजाइन बना सकते है। रंगों के साथ-साथ होली खेलने के लिए आप फूलों का इस्तेमाल भी कर सकते है।

होलिका दहन के लिए इको-फ्रेंडली कचरे का उपयोग करें

होलिका दहन करते समय, सुनिश्चित करें कि आप पर्यावरण के अनुकूल कचरे का उपयोग करे , प्लास्टिक का नहीं. आप गोबर, नारियल, लकड़ी जैसे कचरे का उपयोग कर सकते हैं. आप पर्यावरण को बचाने के साथ-साथ परंपराओं को जीवित रख सकते हैं, जिससे किसी को किसी तरह का कोई नुकसान भी नहीं होगा.

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रिपोर्ट-कोमल कशिश

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