यूपी में नदियों के समग्र विकास की बड़ी पहल हुई शुरू

0 297

लखनऊ: मां गंगा और अन्य नदियों के पानी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए आज देश और प्रदेश एक स्पष्ट रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है। देश में प्रधानमंत्री मोदी जी और प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में चल रही सरकार जल सुरक्षा की दिशा में मिशन मोड पर काम कर रही है। यह बातें जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने आज यहां उदयगंज स्थित सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के सभागार में एक दिवसीय ‘नदी समग्र चिंतन’ कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि उनको पूर्ण विश्वास है कि नदियों के समग्र विकास पर शुरू हुए चिंतन से निकले सुझाव आने वाले समय में नदियों के पूनर्जागरण में लाभकारी साबित होंगे।

जल शक्ति मंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि नदी समग्र चिंतन का मूल उद्देश्य नदियों के हर एक पहलू को विस्तार से समझाने और उसपर कार्य करने की एक प्रभावी योजना तैयार करना है। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि हम नदियों को पुनर्जागृत करके उन्हें जीवन के केन्द्र में पुन: वापस लाएं जो उस क्षेत्र के विकास को गति प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि जन-जन के मन में इस भावना को लाना होगा कि नदियां हमारी माता समान हैं तो इनकी रक्षा करना भी हमारा कर्तव्य है।

जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने नदियों का पुनर्जागरण पहले की सरकार के प्रमुख एजेंडे में है। आज मोदी जी और योगी जी का इस दिशा में विशेष फोकस देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि देश की नदियों के जल का सदुपयोग हो, किसानों के खेत तक पर्याप्त पानी पहुंचे। ये सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।

नदी समग्र चिंतन में विशेष रूप से नदियों में पानी की कमी, प्रदूषण, अतिक्रमण जैसी तीन प्रमुख समस्याओं को दूर करने के लिए देश भर से पहुंचे विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। जलशक्ति मंत्री ने नदी समग्र चिंतन में पधारे स्वामी चिदानन्द सरस्वती का स्वागत भी किया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि नदियां जीवनदायिनी हैं। नदियों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। मानवता के लिए नदियों को प्रदूषणमुक्त बनाना होगा।

 

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.