नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) में बाल-बाल बची सिंगापुर (Singapor) की एक महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के लिए एक खास संदेश भेजा है. उन्होंने कहा कि पहले तो वो निराश थीं कि सरकार (Goverment) इस मामले पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही लेकिन जब ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को अंजाम दिया गया तो वो रो पड़ीं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कोई और ऐसा नहीं कर सकता था.
दरअसल, भारतीय मूल की सिंगापुर नागरिक वैशाली भट्ट और उनके पति पहलगाम की बैसरन घाटी घूमने गए थे. आतंकी हमले के कुछ घंटों पहले ही वो वहां से निकल गईं. जब इस हमले की जानकारी वैशाली को हुई तो उनको उम्मीद थी कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ तुरंत कुछ न कुछ कार्रवाई जरूर करेगी लेकिन जब इसमें देरी हुई तो वो निराश होने लगीं. हालांकि जब 6-7 मई की दरमियानी रात को भारतीय सेना ने एक्शन किया तो वो भावुक हो गईं.

पाकिस्तान को बेनकाब करने करने लिए एक प्रतिनिधिमंडल सिंगापुर भी पहुंचा है. बीजेपी सांसद हेमंग जोशी के साथ बातचीत में वैशाली भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया, खासकर ऑपरेशन का नाम सिंदूर रखने के लिए. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन का सिंदूर नाम उनके दिल में गहराई से उतर गया. ये सुरक्षा, आस्था और पवित्र बंधन का प्रतीक है. ऑपरेशन सिंदूर उन अनगिनत परिवारों के लिए था, जिन्होंने इस भयानक हमले में अपनों को खो दिया.
उन्होंने एक वीडियो मैसेज में कहा, “मैं 22 अप्रैल को पहलगाम में थी और बाल-बाल बच गई. मैं हर सुबह अखबार पढ़ती थी, उम्मीद करती थी कि सरकार कार्रवाई करेगी और (शुरुआती चरण में) कार्रवाई न होने से मैं निराश हो गई लेकिन 7 मई को जब मैंने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पढ़ा तो मैं अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाई और रो पड़ी. यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है. ‘सिंदूर’ नाम बिल्कुल सही था. कोई और ऐसा नहीं कर सकता था.”