नई दिल्ली: केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक मल्टी डिपार्टमेंटल कमीटी अहमदाबाद में एअर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना के कारणों की जांच करेगी। वहीं, ये समीति भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दिशा-निर्देश भी सुझाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि यह समिति घटना की जांच कर रही अन्य एजेंसियों का विकल्प नहीं होगी। मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समिति एसओपी (SOP) तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगी और तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बता दें 12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन जा रहा ‘बोइंग 787-8′ विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त होकर एक मेडिकल कॉलेज परिसर में जा गिरा। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई। वहीं, मेडिकल कॉलेज के छात्रों और कई अन्य की मौत हो गई। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) पहले से ही दुर्घटना की जांच कर रहा है।
केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन
मंत्रालय के 13 जून के आदेश के अनुसार, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाली इस समिति में नागर विमानन सचिव और गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सदस्य के रूप में शामिल हैं। गुजरात गृह विभाग, गुजरात आपदा मोचन प्राधिकरण, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त, वायुसेना के महानिदेशक (निरीक्षण एवं सुरक्षा), नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के प्रतिनिधि भी समिति का हिस्सा हैं। अन्य सदस्यों में खुफिया ब्यूरो के विशेष निदेशक और फॉरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय के निदेशक शामिल हैं। आदेश के अनुसार, विमानन विशेषज्ञों, दुर्घटना जांचकर्ताओं और कानूनी सलाहकारों सहित किसी भी अन्य सदस्य को समिति में शामिल किया जा सकता है। समिति दुर्घटना के मूल कारण का पता लगाएगी और यांत्रिक विफलता, मानवीय भूल, मौसम की स्थिति, नियामक अनुपालन और अन्य कारणों सहित इस दुर्घटना के कारकों का आकलन करेगी।
आदेश में कहा गया है कि यह आवश्यक सुधारों की सिफारिश करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपयुक्त एसओपी तैयार करेगी। एसओपी में ऐसी घटनाओं को रोकने और निपटने के बारे में श्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय तरीके अपनाए जाने की बात भी शामिल होगी। समिति बचाव कार्यों और समन्वय सहित विभिन्न हितधारकों की आपातकालीन प्रतिक्रिया का आकलन करेगी।
मौजूदा दिशा-निर्देशों की समीक्षा करेगी समीति
उड्डयन मंत्रालय ने कहा समिति ऐसी घटनाओं से निपटने के बारे में मौजूदा दिशा-निर्देशों की समीक्षा करेगी और देश में पहले हुई ऐसी विमान दुर्घटनाओं के रिकॉर्ड की जांच करेगी। अन्य कार्यों के अलावा, समिति एक व्यापक एसओपी तैयार करेगी तथा दुर्घटना के बाद के हालात से निपटने एवं प्रबंधन के लिए केंद्र तथा राज्य सरकारों की सभी एजेंसियों तथा संगठनों की भूमिका का सुझाव देगी।