लखनऊः डालीगंज स्थित एक स्कूल में आयोजित आधार कार्ड शिविर में विद्यार्थियों और अभिभावकों को बड़ी राहत मिली। इस शिविर में उन लोगों को आधार कार्ड बनवाने व संशोधन की सुविधा दी गई, जिनके पास कार्ड नहीं था या जिनमें त्रुटियां थीं। मौके पर ही सभी सुधार पूर्ण कराए गए। विद्यालय की प्राचार्या ने कहा कि उनका प्रयास है कि कोई भी छात्र अथवा अभिभावक सरकारी योजनाओं से वंचित न रहें।
डाकघरों में स्टाफ कम होने से आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि या अन्य त्रुटियों का संशोधन कराने में पूरा-पूरा दिन लग रहा है। घंटों लाइन में लगने के बाद भी बड़ी संख्या में लोगों को निराश ही लौटना पड़ता है। आधार कार्ड में त्रुटि संशोधन का कार्य डाकघरों में किया जा रहा है। चौक डाकघर, राजेन्द्र नगर, जानकीपुरम समेत कई प्रमुख डाकघरों के खुलने का समय सुबह सात बजे हैं। किंतु इन डाकघरों में आधार कार्ड में त्रुटि संशोधन कराने वालों की लाइनें सुबह 6 बजे से लग जाती हैं। कार्यालय खुलने तक भीड़ इतनी अधिक होती है कि नंबर आते-आते तीन घंटे से अधिक का समय लग रहा है।

इसके चलते लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो जाती है। ज्यादातर लोगों को अपने कार्यालय से छुट्टी लेने पड़ती है और अन्य जरूरी काम भी छोड़ने पड़ते हैं। कई मामलों में तो लोग दो-तीन दिन चक्का लगाने के बाद भी त्रुटि सुधार नहीं हो पा रही है। दरअसल डाकघरों में स्टाफ की कमी है। इससे कारण एक दिन में 70 से 80 आधार कार्डों में ही त्रुटि सुधार हो पाता है, जबकि लाइन में इससे कहीं अधिक लोग लगे होते हैं। अन्य लोगों को लौटना बिना सुधार के ही लौटना पड़ता है। भीड़ के चलते लोग अतिरिक्त काउंटर खोलने या ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सुविधा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, किंतु विभागीय अधिकारी व्यवस्था नहीं करा पा रहे हैं।
प्रवर अधीक्षक डाक विभाग के सचिन चौबे, ने बताया कि कुछ डाकघरों में कर्मचारियों की कमी के कारण समस्या आ रही है। साथ ही एक साथ अधिक भीड़ आ जाने की वजह से भी परेशानी हो रही है। हमारी पूरी कोशिश है कि किसी को भी समस्या का सामना न करना पड़े।