JEE Main 2025: जेईई मेन 2025 सत्र 2 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 25 फरवरी को समाप्त हो गई। कुछ छात्र आवेदन करने से वंछित रह गए। ऐसे में अब आवेदन की तारीख बढ़ाने की मांग की जा रही है। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने तकनीकी समस्याओं का हवाला देते हुए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) से संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) मेन्स आवेदन की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया है।
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को टैग करते हुए लिखा कि हजारों छात्रों को अंतिम समय में ट्रैफ़िक के कारण सर्वर धीमा होने के कारण अपने JEE Mains आवेदन जमा करने में समस्याओं का सामना करना पड़ा। निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए, NTA को समय सीमा कम से कम 2 दिन बढ़ानी चाहिए ताकि कोई भी उम्मीदवार पीछे न छूट जाए। तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है!”
एक वर्ष में होगी दो परीक्षाएं
इस बीच, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा दसवीं की परीक्षा प्रणाली में एक बड़ा बदलाव प्रस्तावित किया है, जिसमें 2025-26 शैक्षणिक सत्र से एक वर्ष में दो बोर्ड परीक्षाएं शुरू की गई हैं। इस सुधार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप बताया जा रहा है और इसका उद्देश्य छात्रों को अपने स्कोर में सुधार करने का एक अतिरिक्त मौका देकर शैक्षणिक दबाव को कम करना है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में शिक्षा मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान प्रस्ताव पर चर्चा की गई। सुधार पर एक मसौदा नीति मंगलवार को जारी की गई और इसे सीबीएसई की वेबसाइट (https://www.cbse.gov.in) पर अपलोड कर दिया गया है। स्कूलों, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों को 9 मार्च, 2025 तक अपना फीडबैक साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार करने की आग्रह
एनईपी 2020 में छात्रों के तनाव को कम करने और सुधार के लिए अधिक अवसर प्रदान करने के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित करने की सिफारिश की गई है। नीति रटने की बजाय योग्यता-आधारित मूल्यांकन की ओर बदलाव को प्रोत्साहित करती है, जिससे छात्रों को अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाए रखने में मदद मिलती है और साथ ही परीक्षाओं को अधिक लचीला और छात्र-अनुकूल बनाया जाता है।
मसौदा नीति के अनुसार, पहले चरण की परीक्षाएं 17 फरवरी से 6 मार्च तक होंगी, जबकि दूसरा चरण 5 मई से 20 मई तक निर्धारित है। 2026 में लगभग 26.60 लाख दसवीं कक्षा के छात्र और 20 लाख बारहवीं कक्षा के छात्रों के परीक्षा देने की उम्मीद है