उत्तराखंड (Uttarakhand) में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) के नेता और राज्य के पूर्व सीएम हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र में सत्ता में वापसी करना चाहती है तो उसे अपने क्षेत्रीय नेताओं को मजबूत करना होगा और बीजेपी की तकनीक को भी अपनाना होगा. असल में राज्य में हरीश रावत नाराज चल रहे हैं और आज कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें दिल्ली तलब किया है. वहीं कांग्रेस आलाकमान ने हरीश रावत के साथ ही नेता प्रतिपक्ष और रावत के विरोधा माने जाने वाले प्रीतम सिंह को भी दिल्ली तलब किया है.
दरअसल अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष पार्टी से नाराज चल रहे हैं और वह खुद को राज्य में सीएम का चेहरा घोषित करने के लिए पार्टी आलाकमान पर अरसे से दबाव बन रहे थे. लेकिन पार्टी इसके चलते गुटबाजी को आगे बढ़ाना नहीं चाहती है और पार्टी ने साफ कर दिया है कि राज्य में सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव लड़े जाएंगे. जिसके बाद बुधवार को हरीश रावत ने ट्वीट के जरिए अपनी नाराजगी जताई. वहीं एक कॉन्क्लेव में हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस को सत्ता से हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अपने स्थानीय और क्षेत्रीय नेताओं को मजबूत किया. लिहाजा राज्य में कांग्रेस को सत्ता हासिल करने के लिए यही तकनीक अपनी होगी.
हरीश रावत ने कहा कि 2024 में राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन सकें. इसलिए बीजेपी की तकनीक को अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की अपनी राजनीति की समझ है और पार्टी की विचारधारा को देखने के अलावा मतदाता उनमें प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति को देखते हैं.
वहीं राज्य में होने वाले चुनाव से पहले हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए कांग्रेस नेतृत्व पर भी निशाना साधा. जिसके बाद कांग्रेस आलाकमान डैमेज कंट्रोल में जुट गया. लिहाजा आज कांग्रेस आलाकमा ने हरीश रावत को दिल्ली तलब किया है. ताकि उनका नाराजगी को समझा जा सके. हरीश रावत के साथ ही प्रीतम सिंह को कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली तलब किया है.