हिमाचल और उत्तराखंड में बाढ़ और भारी बारिश से हाहाकार! पांच राज्यों में 33 की मौत, कई लापता

0 175

नई दिल्ली: देश के कई इलाकों में भारी बारिश आ रही है, जिसके कारण आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शनिवार को उत्तराखंड के देहरादून में रायपुर-कुमालदा क्षेत्र में बादल फटने से तबाही आ गई है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में भी भूस्खलन से कई लोगों की मौत हो गई है. इस तबाही में शनिवार तक करीब 33 लोगों के मारे जाने की खबर है. इनमें से 22 अकेले हिमाचल प्रदेश में शनिवार को अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में मारे गए हैं. सबसे अधिक तबाही मंडी, कांगड़ा और चंबा में हुई. वहीं, उत्तराखंड में चार ने जान गंवाई. इसके अलावा ओडिशा में चार, जम्मू-कश्मीर में दो और झारखंड में एक की मौत हुई.

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में स्थिति गंभीर है क्योंकि भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में 22 लोगों की मौत हो गई है. मंडी में भूस्खलन और बादल फटने से 16 लोग मलबे में दब गए. यहां 13 लोगों ने जान गंवाई. यहां एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, थुनाग में बादल फटने से 31 मकान, 60 दुकानें, 26 गोशालाएं और एक पुल ध्वस्त हो गया. चंबा में मलबे में दबने से घर में सो रहे दंपती और बेटे की मौत हो गई. मौसम संबंधी अलग-अलग घटनाओं में 10 अन्य घायल हो गए हैं. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में चक्की पुल शनिवार को भारी बारिश के कारण गिर गया, जिससे पठानकोट और जोगिंदरनगर के बीच ट्रेन सेवा बाधित हो गई. इस दौरान मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन प्रभावित जिलों में युद्धस्तर पर बचाव अभियान चला रहा है. इस बीच, हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग ने 25 अगस्त तक राज्य में भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है. अगले 3-4 दिनों में कांगड़ा, चंबा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है.

उत्तराखंड

वहीं पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में, बादल फटने से जहां चार लोगों की मौत हो गई, वहीं 10 अन्य लापता हो गए हैं. साथ ही पुल बह जाने से कई गांवों से लोगों को निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इसके साथ, लगातार हो रही भारी बारिश से देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास बहने वाली तमसा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. गंगा के खतरे के मार्क से ऊपर आने के बाद हरिद्वार के निचले इलाकों को भी अलर्ट पर रखा गया है. टोंस नदी के तट पर स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर टपकेश्वर की गुफाओं में भी पानी घुस गया है. सौंग नदी पर बने रायपुर-थानो पुल की एप्रोच सड़क का 40 मीटर हिस्सा नदी में समा गया. कई गांवों की सड़कें और संपर्क मार्ग टूट गए हैं. जगह-जगह मलबा व चट्टानें आने से तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत करीब 250 सड़कें बंद हो गई हैं. प्रभावित इलाकों में बिजली व पानी की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं.

जम्मू-कश्मीर में 2 मौतें
जम्मू कश्मीर में भी हादसे में दो लोग अपनी जान गंवा चुके है. उधमपुर जिले के टिकरी ब्लॉक में एक मकान पर पहाड़ का मलबा गिर गया. इस हादसे में आरिफ और गनी की मौत हो गई. तीन अन्य मलबे में दब गए. उधमपुर में भूस्खलन की घटना सामने आई है. इसके बाद उधमपुर-पंचैरी और मोंगरी मार्ग भी बंद हो गए.

झारखंड में भी भारी बारिश का तांड़व
झारखंड में भी भारी बारिश का तांड़व जारी है. प्रदेश में में भी तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. इससे सैकड़ों पेड़ एवं बिजली के खंभे उखड़ गये हैं. वहीं कई जिलों में निचले इलाके जलमग्न हो गये हैं. पश्चिम सिंहभूम जिले में शनिवार की सुबह मिट्टी की दीवार गिरने की घटना में एक महिला की मौत हो गई.

आंध्र प्रदेश की गोदावरी नदी में जलस्तर बढ़ा
आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी में जलस्तर बढ़कर 12.10 लाख क्यूसेक पर पहुंच गया. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एसडीएमए ने चेतावनी जारी कर नदी के किनारे बसी बस्तियों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है.

 

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.