जानें जोड़ों के दर्द दूर करने के लिए घरेलू नुस्खे

0 231

नई दिल्ली। आजकल ज्यादातर लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या हो गई है। इसके प्रति आप शुरुआत ही सचेत रहें तो बेहतर होगा। इससे बचने के लिए दवा के साथ कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि ये समस्या आपको न हो तो इन घरेलू उपायों को अपना सकते हैं।

एसेंशियल ऑयल्स

एसेंशियल ऑयल्स से मालिश करने से आपको जोड़ों के दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, अदरक और संतरे के एसेंशियल ऑयल्स घुटने के दर्द से छुटकारा पाने में अच्छा काम करते हैं। ये स्टिफनेस को दूर करता है और प्रभावित हिस्से में दर्द को कम करता है।

अदरक

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ये जड़ी बूटी जिंजरोल नामक कंपाउंड से भरपूर होती है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी होती है। अदरक के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा अदरक की चाय पीने से मदद मिल सकती है। आप अदरक को गर्म पानी में शहद और नींबू के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं। दर्द कम होने तक दिन में 2-3 कप पानी का सेवन कर सकते हैं।

गर्म और ठंडा कंप्रेशन

गर्म और ठंडा दोनों कंप्रेशन एक एंटी-इंफ्लेमेटरी के रूप में काम करते हैं। गर्मी मांसपेशियों को आराम देती है। इसलिए आप गर्म पानी की बोतल या गर्म पैड का इस्तेमाल कर सकते हैं। घुटने की सूजन को कम करने के लिए आप बर्फ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक आइस क्यूब को एक कपड़े में लपेट कर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं।

हल्दी

वैसे तो हल्दी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। राहत के लिए आधा चम्मच पिसी हुई अदरक और हल्दी को एक कप पानी में 10 मिनट तक उबाल लें। इसके बाद छानकर स्वादानुसार शहद डालें और इस चाय का सेवन दिन में दो बार कर सकते हैं।

तुलसी

तुलसी रूमेटाइड अर्थराइटिस के लिए फायदेमंद मानी जाती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं। तुलसी जोड़ों के दर्द और गठिया से राहत दिलाने का भी काम करती है। घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए आप दिन में 3-4 बार तुलसी की चाय पी सकते हैं।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.