मप्र में 230 और छत्तीसगढ़ में 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान आज; सुबह 7 बजे से शुरू होगी वोटिंग

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नई दिल्ली. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 230 विधानसभा सीटों पर 2,533 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए आज (शुक्रवार) मतदान होगा, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और उनके पूर्ववर्ती और प्रतिद्वंद्वी कमलनाथ (Kaml Nath) जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में 70 सीटों पर दूसरे और अंतिम चरण का मतदान होगा, जिसमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री राज्य के आठ मंत्रियों और चार सांसदों समेत 958 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।

पहले बात करते हैं मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की। इस चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है। एक शीर्ष चुनाव अधिकारी ने कहा कि राज्य में 5.6 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। अधिकारी के मुताबिक, 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और 35 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 3 बजे तक मतदान
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन ने संवाददाताओं से कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित होने की वजह से बालाघाट जिले की बैहर, लांजी और परसवाड़ा, मंडला जिले की बिछिया और मंडला सीटों के 55 बूथ और डिंडोरी जिले के 40 मतदान केंद्रों पर मतदान का समय सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक होगा। राज्य में कुल 64,626 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। सीईओ ने कहा कि इनमें से 64,523 मुख्य बूथ और 103 सहायक केंद्र हैं, जहां मतदाताओं की संख्या 1,500 से अधिक है। राजन ने बताया कि 2,87,82,261 पुरुष, 2,71,99,586 महिला और 1,292 तृतीय लिंग के व्यक्तियों सहित 5,60,58,521 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं। कुल 2,533 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें 2,280 पुरुष, 252 महिलाएं और एक तृतीय लिंग का व्यक्ति है।

17,000 से अधिक मतदान केंद्र
अधिकारी ने कहा, “महत्वपूर्ण” मतदान केंद्रों की संख्या 17,032 है, जबकि 5,260 बूथों पर सभी मतदान कर्मी महिलाएं होंगी। जिन बूथों पर पिछले चुनावों के दौरान बहुत अधिक मतदान हुआ या किसी प्रकार की हिंसा देखी गई, उन्हें “महत्वपूर्ण मतदान केंद्र” के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए 183 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सीईओ राजन ने कहा कि पहली बार युवा-प्रबंधित 371 बूथ स्थापित किए गए हैं, जबकि “मॉडल” मतदान केंद्रों की संख्या 2,536 है। उन्होंने कहा कि 57 “हरित” (पर्यावरण-अनुकूल केंद्र) बूथ भी स्थापित किए गए हैं जिनमें से 50 जबलपुर में और सात बालाघाट में हैं।

चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए 1,142 FIR दर्ज
राजन ने कहा कि चुनाव के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1,90,233 व्यक्तियों के खिलाफ निषेधाज्ञा कार्रवाई की गई और 2,69,318 लाइसेंसी हथियार अधिकारियों के पास जमा किए गए, चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के लिए 1,142 प्राथमिकियां दर्ज की गईं। उन्होंने कहा कि 52 जिलों में 230 विधानसभा सीटों पर मतदान कराने के लिए कुल 73,622 बैलेट यूनिट (बीयू), 64,626 सेंट्रल यूनिट (सीयू) और 64,626 वीवीपीएटी (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) इकाइयों का इस्तेमाल किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र से सटे गोंदिया में एक एयर एम्बुलेंस तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि मतदान पूरा होने तक बालाघाट में एक हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए भोपाल में एक और हेलीकॉप्टर तैयार रखा जाएगा।

CM चौहान बुधनी और कमलनाथ छिंदवाड़ा से लड़ रहे चुनाव
मुख्यमंत्री चौहान (बुधनी) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (छिंदवाड़ा) के अलावा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तीन केंद्रीय मंत्री – नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ रहे हैं और भाजपा के तीन लोकसभा सांसद – राकेश सिंह, गणेश सिंह और रीति पाठक भी मैदान में हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बेटे और पूर्व राज्य मंत्री जयवर्धन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह क्रमशः अपनी पारंपरिक राघौगढ़ और चुरहट सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा के अलावा, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी सहित अन्य ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। चुनाव प्रचार बुधवार शाम को समाप्त हो गया।

2018 में बनी थी कांग्रेस की सरकार
साल 2018 के चुनाव के बाद 114 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और उसने कमलनाथ के नेतृत्व में बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार बनाई। हालांकि मार्च 2020 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके प्रति वफादार कांग्रेस विधायकों के विद्रोह के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई और चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ।

छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए तैयारी पूरी
वहीं, छत्तीसगढ़ में होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए तैयारी पूरी हो गई है, तथा मतदान दलों को मतदान केंद्रों पर रवाना किया जा रहा है। राज्य विधानसभा चुनाव में इस बार सत्ताधारी दल कांग्रेस ने कुल 90 में से 75 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। वहीं भाजपा राज्य में सत्ता में वापसी करना चाहती है। भाजपा ने यहां 2003 से 2018 तक लगातार 15 वर्षों तक राज किया है। अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में 70 सीटों पर 1,63,14,479 मतदाता 827 पुरुषों, 130 महिलाओं और एक तृतीय लिंग के उम्मीदवार समेत कुल 958 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। उन्होंने बताया कि रायपुर शहर पश्चिम सीट पर सबसे अधिक 26 उम्मीदवार हैं, जबकि डौंडीलोहारा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम चार उम्मीदवार मैदान में हैं।

सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा-कांग्रेस
अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में 70-70 उम्मीदवार भाजपा और कांग्रेस से तथा 43 उम्मीदवार आम आदमी पार्टी (आप) से है। वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से 62, हमर राज पार्टी के 33, बहुजन समाज पार्टी से 43 तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से 26 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। राज्य में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, बिलासपुर संभाग की कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। इस संभाग की कुछ सीटों पर जोगी की पार्टी और बसपा की अच्छी-खासी मौजूदगी है। वहीं आप भी इस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

दूसरे चरण के लिए 18,833 मतदान केंद्र
अधिकारियों ने बताया कि राजिम जिले की नक्सल प्रभावित बिंद्रानवागढ़ सीट के नौ मतदान केंद्रों कामरभौदी, आमामोरा, ओढ, बड़े गोबरा, गंवरगांव, गरीबा, नागेश, सहबीनकछार और कोदोमाली हैं में सुबह सात बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक मतदान होगा जबकि अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में कुल मतदाताओं में से 81,41,624 पुरुष, 81,72,171 महिलाएं और 684 तीसरे लिंग के मतदाता हैं। दूसरे चरण के लिए 18,833 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन मतदान केंद्रों में से 700 संगवारी बूथ हैं जिनका प्रबंधन महिला मतदानकर्मियों द्वारा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी पारंपरिक ‘पाटन’ सीट से लड़ रहे चुनाव
दूसरे चरण कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (पाटन), राज्य विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत (सक्ती), उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव (अंबिकापुर), गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (दुर्ग ग्रामीण) और रवींद्र चौबे (साजा) सहित राज्य के आठ मंत्रियों के भाग्य का फैसला शुक्रवार को होगा। वहीं भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव (लोरमी), नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (जांजगीर-चांपा), केंद्रीय जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह (भरतपुर-सोनहत-एसटी), सांसद गोमती साय (पत्थलगांव-एसटी), वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), अजय चंद्राकर (कुरुद) और पुन्नूलाल मोहिले (मुंगेली) दूसरे चरण में प्रमुख उम्मीदवार हैं। मुख्यमंत्री बघेल अपनी पारंपरिक पाटन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जहां भाजपा ने उनके दूर के भतीजे और पार्टी के सांसद विजय बघेल को मैदान में उतारा है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के पाटन से मैदान में उतरने से मुकाबले में एक और आयाम जुड़ गया है।

अंबिकापुर से टीएस सिंह देव लड़ रहे चुनाव
अंबिकापुर में टीएस सिंह देव के खिलाफ भाजपा ने नए चेहरे राजेश अग्रवाल को मैदान में उतारा है। अग्रवाल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। राज्य के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 44 सीटें सामान्य है जबकि 17 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और नौ सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने इन 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 51 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 13, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को चार और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को दो सीटों पर जीत मिली थी। बाद में कांग्रेस ने उपचुनाव में एक और सीट जीत ली थी।

20 सीटों पर हो चुका है मतदान
सूबे में 20 सीटों पर पहले चरण का चुनाव सात नवंबर को हुआ था, जिसमें 78 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पिछले चुनाव में कांग्रेस को राज्य में 68 सीटें मिली थी तथा भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी। इस चुनाव जेसीसी (जे) को पांच और बसपा को दो सीटें मिली थी। कांग्रेस की मौजूदा ताकत 71 है।

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