‘मैंने सीजफायर नहीं कराया’, डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार माना, बोले- भारत-PAK समस्या सुलझाने में मदद की

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न्यूयार्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पहली बार माना है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर नहीं कराया। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने मध्यस्थता नहीं कराई। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान समस्या सुलझाने में मदद की। बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया था कि उन्होंने दोनों देशों के बीच सीजफायर करा दिया है, लेकिन अब वह खुद कह रहे हैं कि मैंनें सीजफायर नहीं कराया लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि मैंने मदद जरूरी की।

ट्रंप कई बार भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का क्रेडिट लेने की कोशिश कर चुके थे। जबकि भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तान के DGMO ने खुद फोन कर सीजफायर की गुजारिश की थी। कतर के दोहा में एक कार्यक्रम के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, भारत-पाकिस्तान के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो चुके थे। ड्रोन और मिसाइलों की भाषा में बात होने वाली थी इसीलिए मैंने दोनों देशों से बात कर माहौल शांत करवाया। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे यहां से निकलने के बाद भी मैं यहीं सुनूंगा कि दोनों देश शांत हैं।

कैसे हुआ सीजफायर?
बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों को मार डाला था। भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इसके बाद से पाकिस्तान ने भारतके जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक लगातार मिसाइल, ड्रोन और फाइटर जेट से हमला किया है।

हालांकि, भारतीय सेना ने एयर डिफेंस की मदद से पाकिस्तान के सभी प्रयासों को विफल कर दिया है। इसके बाद भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के 11 एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम, कमांड और कंट्रोल सेंटर और रडार स्थलों समेत कई प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया था। भारत के डर से पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और शांति की अपील करने लगा जिसके बाद दोनों देशों के बीच 10 मई को सीजफायर हुआ।

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