नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अजित पवार की नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है। पार्टी ने 30 सीटों पर उम्मीदवार उतारते हुए दिल्ली में बिना किसी गठबंधन अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अजित गुट ने नई दल्ली, करावल नगर, कालकाजी जैसे हाई प्रोफाइल सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने नई दिल्ली सीट से विश्वनाथ अग्रवाल, कालकाजी से जमील और करावल नगर सीट से संजय मिश्रा को चुनावी मैदान में उतारा है।
गौरतलब है कि चाचा शरद पवार से बगावत के बाद अजित पवार की पार्टी एनसीपी महाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन वाली सरकार की सहयोगी है। वह खुद महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम हैं, लेकिन दिल्ली में उन्होंने बीजेपी के साथ न जाकर अकेले चुनाव लड़ रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अजित पवार दिल्ली के चुनावी रण में इसलिए अकेले लड़ रहे हैं, ताकि उनकी पार्टी राष्ट्रीय राजधानी में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सके।
पिछले चुनाव में भी दिल्ली में चुनाव लड़ चुकी है NCP
बता दें कि दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस मुख्य भूमिका हैं। कांग्रेस की आक्रमक तेवर के बाद से इस बार दिल्ली का मुकाबला त्रिकोणीय रहने की संभावना है। एनसीपी ने पहले भी महाराष्ट्र के बाहर राज्य के चुनाव लड़े हैं, लेकिन दिल्ली में उसे ज्यादा सफलता नहीं मिली है। साल 2020 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में, संयुक्त एनसीपी ने पांच सीटों चुनाव चुनाव लड़ा था। हालांकि, पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। जुलाई 2023 में एनसीपी के अजित पवार और शरद पवार गुटों में विभाजन के बाद यह दिल्ली में पार्टी का पहला चुनाव होगा।
विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को बीजेपी ने 9 उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में पार्टी ने कुल 9 कैंडिडेट के नाम ऐलान किया है। जिन नौ सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है, उनमें तीन अनुसूचित जाति (SC) के लिए सुरक्षित हैं। इससे पहले पार्टी ने मुस्ताफबाद सीट से मोहन सिंह बिष्ट के उम्मीदवारी को घोषणा की थी। चुनाव आयोग द्वारा जारी शेड्यूल के मुताबिक, दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 5 फरवरी को वोटिंग होगी। वहीं, 8 फरवरी को चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे।