डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव ने जिले के सभी एसडीएम व तहसीलदार को तहसीलों में DDRF तैनात करने के दिए निर्देश

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टिहरी : मानसून सत्रावधि में आपदाओं के दौरान कम से कम समय में अधिक से अधिक जीवन सुरक्षा/रक्षा के साथ-साथ आपदा को न्यून करने को लेकर जिला मजिस्ट्रेट/अध्यक्ष जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण टिहरी गढ़वाल इवा आशीष ने जनपद के समस्त उपजिलाधिकारी/तहसीलदार को तहसीलों में जिला आपदा प्रतिवादन बल (District Disaster Response Force-DDRF) तैनात करने के निर्देश दिये।

जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि आपदाओं/दुर्घटनाओं के दौरान अधिकांशतः मृत्यु का कारण तत्काल राहत सहायता न मिल पाना होता है, जबकि ऐसी स्थितियों में प्रथम दृष्टिया घटना स्थल पर खोज बचाव दल का तुरन्त पहुंच कर राहत बचाव कार्य करना सबसे महत्वपूर्ण व आवश्यक कार्य होता है, जिस क्रम में मानसून सत्र 2022 समाप्ति अवधि अर्थात् दिनाक 30 सितम्बर 2022 तक तहसीलों में जिला आपदा प्रतिवादन बल की तैनाती की जानी है। तहसीलों में क्षेत्रीय उपलब्ध होगगार्ड/पीआरडी कार्मिकों को जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, टिहरी गढ़वाल द्वारा आपदा प्रबन्धन विषयक खोज-बचाव एवं प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण पूर्व में प्रदान किया गया है।

जिला मजिस्ट्रेट ने जनपद के समस्त उपजिलाधिकारी/तहसीलदार को निर्देशित करते हुए कहा कि विगत वर्ष की भांति तहसीलों में प्रशिक्षण प्राप्त होमगार्ड/पीआरडी जवानों में से कुशल/ दक्ष 05 होमगार्ड/पीआरडी जवानों की क्षेत्रीय प्लाटून कमाण्डर से समन्वय स्थापित करते हुए मानसून सत्रावधि की समाप्ति अर्थात् दिनांक 30 सितम्बर 2022 तक तहसील परिसर में ही तैनाती प्रदान की जाय, जो कि जिला आपदा प्रतिवादन बल के रूप में तैनात रहेंगे। जिला आपदा प्रतिवादन बल के सदस्य किसी भी दैवीय आपदा/घटना/दुर्घटना की स्थिति में उप जिलाधिकारी/तहसील प्रशासन के दिशा निर्देशों के अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल खोज-बचाव एवं प्रतिवादन कार्य सुनिश्चित करेंगे। इस टीम के सदस्य सदैव आपातकालीन समय हेतु अलर्ट मोड में रहेंगे। टीम सदस्यों के सम्पर्क नम्बरों को तहसील कन्ट्रोल रूम में अद्यतन रखा जायेगा तथा जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र, टिहरी गढ़वाल से भी साझा किया जायेगा। हरसम्भव कोशिश की जाय कि डीडीआरएफ टीम सदस्य स्थानीय स्तर पर निवासरत हो अथवा स्थानीय स्तर पर ही आसानी से उपलब्ध हो।

उन्होंने कहा कि खोज-बचाव सामग्री/उपकरण सदैव सही/चालू हालत में उपलब्ध रहेंगे। टीमों को खोज-बचाव उपकरणों की व्यवस्था सम्बन्धित तहसील से की जाय अथवा यथा आवश्यकता क्षेत्रान्तर्गत पुलिस थाने/चौकी से भी प्राप्त करना सुनिश्चित करें। डीडीआरएफ टीम व उपकरणों को तत्काल घटना स्थल पर पहुंचाने हेतु तहसीलदार के वाहन अथवा तहसील स्तर पर उपलब्ध अन्य राजकीय वाहन का उपयोग होगा, जिसकी व्यवस्था तहसील स्तर पर स्वयं की जायेगी। वाहन में ईंधन सहित खोज-बचाव सामग्री/उपकरण सदैव तैयार/चालू स्थिति में उपलब्ध रहेंगे।

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