कानपुरः उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जहां घाटमपुर थाना क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस से गिड़गिड़ाते हुए कहा कि साहब मैं जिंदा हूं, मेरा पोस्टमार्टम रुकवाइए। यह सुनकर मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मी हैरान हो गए। युवक के जीवित होने की खबर मिलते घर वाले खुशी से पागल हो गए। वहीं अब पुलिस लवारिस लाश की दोबारा शिनाख्त करने में जुट गई है। कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र में पुलिस को एक लावारिस लाश मिली थी। इस शव की शिनाख्त अजय शंखवार के रूप में की गई थी। इसी मामले को लेकर पुलिस ईंट भट्ठे पर पूछताछ के लिए पहुंची थी। इस दौरान अजय को जिंदा देखकर पुलिस अचंभित हो गई।
बहन की गलती से कागजों में मर जाता भाई
कानपुर देहात के ईदुरखु निवासी अजय शंखवार ने घाटमपुर थाने पहुंचकर अपनी पूरी कहानी बताई। थाने पर अजय ने बताया कि मैं भीतरगांव कस्बा के ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता हूं। मेरे पास मोबाइल नहीं है, इसलिए महीने में 2-4 बार ही घर पर बात करता हूं। आज सुबह भट्ठे पर पुलिस वाले आए थे और मेरे बारे में पूछताछ कर रहे थे। इस दौरान मुझे देखर पुलिस वाले चौक गए। उन्होंने कहा कि एक शव की शिनाख्त तुम्हारी बहन ने तुम्हारे रूप में की है। उस शव को घाटमपुर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
अजय ने कहा कि इसके बाद पुलिस वालों ने मुझे कहा कि जल्दी घाटमपुर थानें पहुंचकर खुद को जिंदा साबित करो। नहीं कागजों में मृत घोषित कर दिए जाओगे। इसके बाद युवक आनन-फानन में भागकर घाटमपुर पुलिस थाने पहुंचा और खुद के जीवित होने का प्रमाण दिया।
बहन ने कहा भाई से मिलती है शक्ल
घाटमपुर नगर स्थित चौराहे पर गुरुवार को एक शव पड़ा मिला। पुलिस ने उनकी शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की। फोटो वायरल होने के बाद देर शाह घाटमपुर थाने पहुंचकर सुमन ने शव की पहचान अजय शंखवार के रूप में की। सुमन ने कहा कि इस शव का चेहरा मेरे भाई से मिलता है। मृत युवक लाल रंग की शर्ट और काले रंग की पैंट पहने था। उसने कहा कि मेरे भाई के पास भी ऐसे ही कपड़े हैं। इसके पुलिस ने मामला दर्ज शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अब अजय ने थाने पहुंचकर खुद को जिंदा साबित किया है।